भले ही बहुत आगे निकल गई हो लेकिन एक महिला से जुड़ी पेचीदगियों और घटनाओं पर अभी भी सवाल उठ रहे हैं। विशेष रूप से भारत जैसे देश में, गहरी जड़ें जमाने वाले जेंडर वर्क डिवीजन ने सदियों से महिलाओं को जंजीर में जकड़ रखा है। इसलिए, भारत में सशक्तिकरण मुख्य रूप से बेड़ियों को तोड़ने और फिर सिद्धांतों को साथ लेकर चलने से शुरू होता है। ऐसी ही एक अभूतपूर्व महिला उपलब्धि और सशक्तिकरण की एक मिसाल हैं श्रीमती शिल्पा एम. शर्मा
● आपको कला की ओर क्या आकर्षित करता है?
– बचपन से ही मुझे कला में रुचि थी Painting or craft मैं बनाती थी ,धीरे धीरे ये शॉक Passion बनता गया और इसी कला में मैंने ये समझा कि हमारे भारत में कितने विभिन्न प्रकार की कला है इतनी कला इतने क्राफ़्ट कि हम रोज़ नित नवीन कला बनाते रहे । ये ही मुझे बहुत आकर्षित किया जितना सीखो उतना कम जितना बनाओ उतना कम !
● आपने इस अद्भुत उद्योग में कैसे प्रवेश किया?
– मेरीJoin Family में शादी हुई जहाँ पे हम सब 22 लोग थे ,उसमें भी मुझे थोड़ा भी वक़्त मिलता या निकालती तो मेरी sister in law के फ्रेंड सीखने आ जाते ऐसे धीरे धीरे ये क्लासेस में कन्वर्ट हुआ क्लासेस के साथ ही Art Gellary के ऑर्डर लेने लगी ! इसी तरह Art and crafts का व्यवसाय शुरू हुआ !
● क्या आप उन प्रारंभिक चुनौतियों के बारे में अधिक बता सकते हैं जिनका आपने सामना किया?
– जब हम अपना प्रोडक्ट बनाकर आर्ट गैलरी में सेल करने के लिए रखते थे उस समय हमे बहुत कम दाम मिलते थे और मैंने देखा की यही लोग 3 चार गुना दाम लगाकर सेल करते हैं और हमें पेमेंट भी टाइम पर नहीं देते थे और तब मुझे समझाया आया की मेरे जैसे न जाने कितने कलाकार है जो इसी पर स्थिति से जूझ रहे हैं उसी समय मैंने ठान लिया कि हमारे Handicraft Industry को एक Brand की ज़रूरत है ताकि उस Brand के ज़रिए सभी कलाकार आकर अपने Art को आसानी से sale कर सके!
AMII – Art Make In India BRAND name से हैंडीक्राफ्ट कंपनी की शुरुआत की !
मैंने कभी job नहीं किया ,लेकिन मारवाड़ी परिवार में पली बड़ी हूँ तो बिज़नस करने का ज्ञान था !
शुरुआती दौर मे corporate company से कैसे ऑर्डर लाते हैं ? E commerce website में प्रोडक्ट अपलोड करते कैसे हैं ? कैसे सोशल मीडिया मार्केटिंग करते हैं ? ये सब मैंने ख़ुद से सीखा!
उसके बाद भी चैलेंज तो कम नहीं था बहुत सारे Trader अपने आपको Manufacturer / Artisan बताते है । सही कलाकारों तक पहुँचना एक बहुत बड़ा चैलेंज रहा !
● अपने स्वयं के उद्यम को शुरू करने के उद्देश्य से, आपके ज्ञात लोगों की प्रतिक्रिया क्या थी?
– Join family के साथ ही मारवाड़ी परिवार में एक बहू के रूप में आना और अपने बिज़नस की शुरुआत करना ये चैलेंज भरा रहा है कोई पैसों का और मोरल सपोर्ट भी नहीं मिला मुझे ! मैंने हमेशा अपने आप को ख़ुद ही मोटीवेट किया और अपने प्रॉब्लम के रास्ते ढूंढें और आगे बढ़ी रही !
हैंडीक्राफ्ट को शुरू से ही लोगों ने hobby और home decor के तौर पे ही देखा गया है और लोगों को ये समझ में नहीं आया है कि Hobby भी एक बेहतर व्यवस्थाएं हो सकता है !
मैं इस विचार को बदलना चाहती हूँ कि लोग अपने बच्चों को डॉक्टर , वकील इंजीनियर ही बनाने का सपना न देखें एक बेहतर प्रोफ़ेशनल आर्ट्स बनकर अच्छा अपना व्यवसाय किया जा सकता है ।
● कला मेक इन इंडिया के बारे में अधिक जानना चाहेंगे, क्या आप हमें इसके बारे में जानकारी दे सकते हैं?
– AMII – Art Make In India एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जिसमें भारत के विभिन्न छोटे ग्रामीण विभाग से हर तरह के कलाकारों के प्रोडक्ट उनसे बनवाता है और मैन्युफैक्चरिंग दाम में ही बेचता है हमारा उद्देश्य ही यही है की सही गुणवत्ता सही पैकिंग और सहित दाम में Direct market मैं sale हो ,ताकि भारत की कला और कलाकारों का विकास हो !
● भारत में कला के उत्पाद अन्य से भिन्न क्यों हैं?
– AMII – Art Make In India एकमात्र ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जिसमें Artisan और Manufacture से बड़ी मात्रा में product ख़रीद पर कॉर्पोरेट गिफ्टिंग के तौर सेल कर रहा है !
हमारे प्लेटफ़ॉर्म पर आपको हमेशा नए क्राफ़्ट दिखेंगे जिसमें हम पर्सनली Artisan को गाइड छोटे और नए डिजाइनिंग तैयार करवाते हैं!
अभी तक ऐसा कोई प्लेटफ़ॉर्म नहीं है जो इस तरह की सुविधा प्रदान करता हो
● क्या आप हमारे साथ साझा कर सकते हैं कि आपके भविष्य के लक्ष्य क्या हैं ?
– AMII – Art Make In India को भारत की नंबर १ हैंडीक्राफ्ट कम्पनी बनाना चाहती हूँ !
भारत के सभी ग्रामीण क्षेत्र से हर प्रकार के handicraft हमारे इस प्लेटफ़ॉर्म में मिले और वो भी कम दाम में और अच्छी अच्छी गुणवत्ता के साथ मिले !
केवल भारत में ही नहीं विदेश में भी अपनी नंबर No 1 कम्पनी की भूमिका निभाई तक कि आने वाली पीढ़ी कला क्षेत्र में रुचि ले सकें और लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा घर बैठे रोज़गार मिलेगा !
www.amii.in